surya prakashan mandir surya prakashan mandir bikaner surya surya prakashan bikaner books publication bikaner books books publiction bikaner books publisher surya publisher surya bikaenr bikaner publisher online books online books publication online books store online book store online books bikner bikaner online books shop online study meterial sale of books mgsu books poem novals mgsu study meterial mgsu syllabus mgsu books mgsu books book shop hindi books galzal lokkhtaye best book sheller best book publisher best book publisher in bikaner best book store in bikaner top book store top 10 best book website top 10 books online store axixa technologies book site online book purchase

Books

             

YAADEN AUR KITABEN यादें और किताबें

₹400 ₹400
by MAMTA KALIA

"ममता कालिया ः 2 नवम्बर मथुरा में जन्मी ममता कालिया हिंदी साहित्य की अग्रपंक्ति में स्थान रखती हैं। वे हिंदी और इंग्लिश ,दोनों भाषाओँ में लिखती हैं किन्तु हिंदी को वे अपने ह्रदय की भाषा मानती हैं। दिल्ली मुंबई पुणे इंदौर की विभिन्न शिक्षा संस्थाओं से गुज़रते हुए उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एम.ए इंग्लिश किया तथा वहीं प्राध्यापन भी। फिर वे मुंबई के एस.एन.डी.टी. विश्वविद्यालय में परास्नातक विभाग में व्याख्याता बन गयीं। सन १९७३ से वे इलाहाबाद के एक डिग्री कॉलेज में प्राचार्य नियुक्त हुईं और वहीँ से सन २००१ में अवकाश ग्रहण किया। इन तथ्यों से भी ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है की सन १९६३ से लगा कर अब तक वे लगातार लिखती रही हैं और प्रासंगिक बनी हुई हैं .भारतीय समाज की विशेषताओं और विषमताओं पर अपनी पैनी नज़र रखते हुए ममता कालिया की प्रत्येक रचना के केंद्र में स्त्रीविमर्श उपस्थित है। विकासशील समाज में बनते बिगड़ते सम्बन्ध,प्रगति के आर्थिक,सामाजिक दबाव,स्त्री की प्रगति को देख कर पुरुष मनोविज्ञान की कुंठाएं और कामकाजी स्त्री के संघर्ष उनके प्रिय विषय हैं। प्रकाशित पुस्तकों की संख्या विपुल होने के कारण यहाँ केवल उनकी प्रमुख प्रकाशित पुस्तकों का उल्लेख किया जा रहा है। ममता कालिया ने कविता,कहानी,उपन्यास,संस्मरण,नाटक,यात्रा साहित्य और निबंधों से हिंदी साहित्य को समृद्ध किया है। प्रमुख उपन्यास- १. बेघर, 2.नरक दर नरक, ३ तीन लघु उपन्यास., 4. दौड़., ५.दुक्खम-सुक्खम., ६.सपनों की होम डेलिवरी., ७ कल्चर -वल्चर। प्रमुख कहानी संग्रह- १छुटकारा 2.सीट नंबर छह ३.उसका यौवन, 4.एक अदद औरत.५.जांच अभी जारी है.६.निर्मोही.7.मुखौटा.८.बोलने वाली औरत.9.थोडा सा प्रगतिशील.१०.खुशकिस्मत. कविता-संग्रह- १ A Tribute to Papa @ other Poems. 2.Poems 78. ३, खांटी घरेलू औरत, 4. पचास कवितायें. ५. कितने प्रश्न करूं संस्मरण.- १ कल परसों के बरसों २. कितने शहरों में कितनी बार. निबंध संग्रह- १ भविष्य का स्त्री विमर्श 2.स्त्री विमर्श का यथार्थ. ममता कालिया ने अनेक कहानी संकलनों का संपादन किया है तथा ५ वर्ष महात्मा गाँधी हिंदी अंतर राष्ट्रिय विश्वविद्यालय वर्धा की इंग्लिश पत्रिका HINDI की संपादक रही हैं। उन्हें मिले पुरस्कारों और सम्मानों की सूची में कुछ इस प्रकार हैं। १. सर्वश्रेष्ठ कहानी सम्मान-हिंदुस्तान टाइम्स,दिल्ली. 2.यशपाल कथा सम्मान. उ.प्र.हिंदी संस्थान द्वारा. ३.साहित्य भूषण सम्मान तदैव 4.राम मनोहर लोहिया सम्मान तदैव ५.वनमाली सम्मान ६वाग्देवि सम्मान. 7.सीता स्मृति सम्मान ८.कमलेश्वर स्मृति सम्मान 9 k.k.birla foundation ka.व्यास सम्मान सम्प्रति वे एक उपन्यास और संस्मरणमाला पर कार्य कर रही हैं। उनका पता B 3A/303,Sushant Aquapolis, Opposite Crossings Republic,Ghaziabad,201016. Mobile-9212741322. Email-"